चलते चलते
जसुकी ७५वी सालगिराह पर,
चलते चलते
हमे हरदम याद रखना
कभी अलविदा ना कहना
कभी अलविदा ना कहना
हंसते हँसते बस यूँही तुम
गुनगुनाते रहना
कभी अलविदा ना कहना
कभी अलविदा ना कहना
यादोमें हमें सजाकर
प्रेम युं ही करते रहेना
और यूँही गुनगुनाते रहना
कभी अलविदा ना कहना
कभी अलविदा ना कहना
चलते चल्ते गीतसे प्रेरित होकर थोडे बदलाव के साथ,
शैला मुन्शा मार्च ८/२०२३